Indian Economic Survey 2024: 22 जुलाई को Union Finance Minister Nirmala Sitharaman ने संसद में Economic Survey of India 2023-24 पेश किया। सर्वेक्षण का अनुमान है कि निर्यात को प्रभावित करने वाली वैश्विक चुनौतियों के बावजूद, चालू वित्त वर्ष में भारत की जीडीपी 6.5% से 7% के बीच बढ़ेगी। यह पिछले वर्ष के अनुमान 8.2% की वृद्धि से कम है।
वित्तीय क्षेत्र के लिए सकारात्मक दृष्टिकोण
सर्वेक्षण भारत के वित्तीय क्षेत्र के लिए सकारात्मक दृष्टिकोण की रिपोर्ट करता है लेकिन संभावित कमजोरियों की चेतावनी देता है। इसमें उल्लेख किया गया है कि वित्तीय क्षेत्र “turnpike moment” पर है, जिसमें बैंकिंग समर्थन से पूंजी बाजार पर बढ़ती निर्भरता की ओर बदलाव हो रहा है।
Purpose of the Economic Survey
आर्थिक सर्वेक्षण एक आधिकारिक रिपोर्ट है जो 31 मार्च को समाप्त होने वाले वर्ष के लिए सरकार के वित्तीय प्रदर्शन और अर्थव्यवस्था की स्थिति की समीक्षा करती है। यह भविष्य के नीतिगत परिवर्तनों के बारे में भी जानकारी प्रदान करती है। यह रिपोर्ट आम तौर पर केंद्रीय बजट से एक दिन पहले वित्त मंत्रालय द्वारा जारी की जाती है।
Upcoming Budget 2024 Presentation
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 23 जुलाई को 2024-25 के लिए केंद्रीय बजट पेश करेंगी। यह उनकी लगातार सातवीं बजट प्रस्तुति होगी, जो एक नया रिकॉर्ड है। इससे पहले, मोरारजी देसाई ने लगातार छह बार और कुल मिलाकर दस बार बजट पेश किया था। अन्य उल्लेखनीय वित्त मंत्रियों में पी.चिदंबरम शामिल हैं, जिन्होंने नौ बार बजट पेश किया, और पूर्व प्रधान मंत्री मनमोहन सिंह, जिन्होंने लगातार पांच बजट पेश किए।
Recovery from Pandemic
आर्थिक सर्वेक्षण में यह भी कहा गया है कि भारत महामारी से उबर चुका है, और पूर्व-कोविड वर्षों की तुलना में इसका भविष्य उज्जवल है।
यह अवलोकन Indian Economic Survey 2023-24 के प्रमुख बिंदुओं पर प्रकाश डालता है, जो भारत के आर्थिक प्रदर्शन और भविष्य की संभावनाओं की स्पष्ट और सरल समझ प्रदान करता है।
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